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Friday, September 9, 2011

जादुई आंकड़े पर बाणसागर का जलस्तर, 14 गेट खुले

5800 क्युबिक मीटर पानी प्रति सेकण्ड छोड़ा जा रहा
अरे ये क्या...., अद्भुत..., आश्चर्यजनक.... कुछ एेसे ही शब्द गुरुवार को बाणसागर डैम के दूसरे ओर खड़े लोगों के मुंह से निकल रहे थे। हर कोई दिख रहे नजारों को हमेशा के लिये अपनी आंखों में कैद कर लेना चाहता था। काफी उंचाई से तेज गर्जना के साथ गिर रहा पानी का विपुल प्रवाह न केवल जलतरंग के माध्यम से नजरों को ठहरने नहीं दे रहा था तो उंचाई से गिर रहे पानी से उठने वाला धुंआ एक अलग ही अनुभूति पैदा कर रहा था।


 यह सबकुछ बाणसागर बांध के इतिहास में पहली बार हुआ। यह पहला अवसर है जब बांध में पानी का जल स्तर अपने अधिकतम भराव 341.64 से भी ऊपर पहुंच गया और बाणसागर प्रबंधन को डैम के जलाशय से भारी मात्रा में पानी छोडऩा पड़ा।














7 अगस्त 2011 की देर रात 2 बजे का समय विन्ध्यवासियों के लिये एक यादगार तारीख बन गया। जब तमाम आशंकाओं और मिथकों को दरकिनार करते हुए बाणसागर डैम में पहली बार गेट खोले गये। जादुई आंकड़े के रूप में पहचाने जाने वाले इस डैम का अधिकतम जल भराव स्तर 341.64 से जैसे ही पानी ऊपर पहुंचा वैसे ही बाणसागर प्रबंधन डैम की सुरक्षा के मद्देनजर पानी छोडऩे की प्रक्रिया प्रारंभ कर दिया। जब सबसे पहले इस डैम का गेट क्रमांक 9 पहली बार खोला गया मानों डैम के दूसरी ओर नदी में भूचाल सा आ गया। रात के घने अंधेरे में पानी की अथाह राशि एक भयानक शोर के साथ नदी में बहनी शुरू हो चुकी थी। लेकिन इस दौरान तक बाणसागर डैम का जल स्तर 341.80 मीटर तक पहुंच चुका था। अब यह स्थिति बेहद खतरनाक थी। फिर तो बाणसागर प्रबंधन लगातार गेट खोलता गया और भारी जल राशि सोन नदी में समाने लगी और थोड़ी देर में ही सूखी हुई सी नदी पूरे यौवन के साथ बहने लगी और यह जल प्रवाह 8 अगस्त की सुबह जिसने भी देखा वह वहीं रुकता चला गया। फिर तो यह खबर जंगल की आग की तरह फैलती गई और हर कोई इस नजारे को देखने के लिये यहां पहुंचने लगा।

आवक से ज्यादा छोड़ रहे पानी
बाणसागर परियोजना पक्का बांध मंडल के अधीक्षण यंत्री डॉ. एन.पी. मिश्रा ने डैम के कंट्रोल टावर में ही डेरा डाल लिया है। उन्होंने बताया कि जलस्तर तीजे से बढऩे के कारण बांध प्रशासन ने गुरुवार की रात दो बजे पहला गेट खोला। शुरुवात गेट क्रमांक 9 से हुई इसके बाद क्रमश: गेट क्रमांक 7 और ग्यारह खोले गये। डॉ. मिश्रा ने बताया कि शुरुआत में गेट धीरे-धीरे 50 सेन्टी मीटर उंचाई तक खोले गये बाद में गेटों को अधिकतम् ढाई मीटर तक खोल दिया गया है। उधर देर शाम तक बांध के 14 गेट खोले जा चुके हैं। बांध का जलस्तर 341.80 मीटर पहुंचने के कारण बतौर सावधानी 5800 क्यूमेक्स पानी प्रतिसेकंड छोड़ा जा रहा है।

ये रही वजह 
डैम के ईई शरद श्रीवास्तव ने बताया कि गुरुवार की रात 11 बजे तक यहां 3500 क्युमैक्स पानी ही पहुंच रहा था लेकिन दो बजे तक यहां 7 से 8 हजार क्यूबिक मीटर पानी प्रति सेकेण्ड पहुंचने लगा और डैम का जल स्तर अधिकतम बिन्दु के उपर पहुंच गया। एेसे में आनन-फानन में डैम के गेट खोलने पड़े। श्री श्रीवास्तव ने बताया कि शुक्रवार की रात 7 बजे तक पानी का जल स्तर 341.70 सेमी तक उतर चुका था। उन्होंने बताया कि बांध में अभी 5200 क्युमैक्स पानी पहुंच रहा है लेकिन जलस्तर मेन्टेन करने के लिये अभी ज्यादा पानी 5800 क्युमैक्स प्रति सेकेण्ड छोड़ा जा रहा है। श्री श्रीवास्तव ने बताया कि जब जल स्तर 341.64 तक पहुंच जायेगा तब डैम में जितनी आवक होगी उतना ही पानी छोड़ा जायेगा।
24 घंटे हाइअलर्ट 
बाणसागर कंट्रोल रूम में एक व्यक्ति लगातार वायलैस पर ही ध्यान लगाये हुए है और पल-पल डैम और इसके उपर बने निगरानी केन्द्रों की जानकारी ले रहा है। इसके अलावा डैम के सभी वरिष्ठ अधिकारी इस समय यहीं मौजूद हैं। खुद अधीक्षण यंत्री एनपी मिश्रा, डैम ईई शरद श्रीवास्तव सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी डैम टॉवर में ही मौजूद हैं। यहां विभाग के कुल 40 अधिकारी कर्मचारी तैनात है साथ ही निगरानी में आठ-आठ घंटे की ड्यूटी तय की गई है। इसके अलावा यहां कानून व्यवस्था तथा सुरक्षा के मद्देनजर एसएफ 47 जवान तैनात हैं।
हर उपबंध पर निगाहें
बताया गया है कि बांध का जलस्तर निर्धारित से ज्यादा पहुंचने पर इस बांध के सभी उपबंधों पर सतत निगरानी प्रारंभ है तथा कर्मचारियों को वहां तैनात कर दिया गया है। इस डैम के मतहा, भितरी, कंदवारी-1, कंदवारी-2 व झिन्ना उपबंध में लगातार जल स्तर पर निगरानी की जा रही है।
हिनौता घाट का गेज डूबा
मतहा उपबंध पर मिले कर्मचारी रोहणी प्रसाद ने बताया कि रात को 5 सेमी प्रतिघंटे की गति से पानी बढऩे लगा था। तब गेट खोलने की स्थिति बनी है। उन्होंने बताया कि पहली बार इतना जल स्तर बढ़ा है। जल स्तर के बारे में बताया कि हिनौता घाट का गेज डूब गया है। यहां पानी इतनी उंचाई तक पहुंच गया है कि महानदी ठेक मारकर उल्टा जाने लगी है। यह स्थिति सुबह 11 बजे तक रही है। इसके बाद पानी नीचे जाने के बाद स्थिति कुछ सामान्य हुई है।
संभागायुक्त ने लिया जायजा
बाणसागर के गेट खुलने की जानकारी मिलने पर संभागायुक्त टीएन धर्माराव भी यहां पहुंच कर मौका मुआयना किया और स्थितियों का जायजा लिया। इसके अलावा यहां सीधी कलेक्टर भी पहुंचे रहे। वहीं स्थानीय अधिकारी सहित थाना प्रभारी भी यहां लगातार गश्त करते दिखे।

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